जैसा कि ईशोपनिषद में कहा गया है : ईशावास्यमिदँ सर्वं यत्किञ्च जगत्यां जगत्। तेन त्यक्तेन भुञ्जीथा मा गृधः कस्यस्विद्धनम्॥१॥   “ब्रह्मांड के भीतर जो कुछ भी चेतन या निर्जीव है, वह प्रभु द्वारा नियंत्रित और स्वामित्व में है। इसलिए व्यक्ति को केवल अपने लिए आवश्यक चीजों को स्वीकार करना चाहिए,Continue Reading

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कोरोना महामारी के बीच, एक छोटे वायरस ने साबित कर दिया है कि हमारी तथाकथित वैज्ञानिक उन्नति सिर्फ एक और धोखा है। आधुनिक समाज की शिक्षा और सूचना प्रणाली ने भौतिकतावाद को एक और घेरा बनाने में योगदान दिया, उपभोक्तावाद से एक संतुष्ट समाज हो सकता है। आज मुझे सोशलContinue Reading

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इस्कॉन के संस्थापकाचार्य श्रील प्रभुपाद कहते हैं कि, ”अगर आप धोखा खाना चाहते हो तो आपको ठगी और धोखा देने वाले मिल जायेंगे|” आजकल हम समाज में ऐसे ही ठग और धोखे बाज़ लोगों को देख रहे हैं| जो शास्त्रों को अपने मनगढ़ंत तरीके से पेश करते हैं| कुछ समयContinue Reading

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आजकल हम इस प्रगत समाज में देख रहें हैं की लोगों के अन्दर तनाव, चिंता, दुःख आदि बहुत बढ़ रहें हैं| जिसके कारण सामान्य लोगों के अन्दर आत्महत्या, अपराध जैसी भावनाएं बढती हैं और कुछ लोग इस तनाव को न सहने के कारण फंदा लगाकर लटक जाते हैं, ऊंची बिल्डिंगContinue Reading

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आजकल हर व्यक्ति विशेष तथाकथित ढोंगी कथाकार संत अपने प्रवचन में  भगवान के बारे में खुलकर अभद्र टिपण्णी कर रहे हैं| जब ऐसे धर्म के ठेकेदार ही सनातन धर्म का मज़ाक उड़ाने लगें तो उनसे क्या अपेक्षा की जाए जो दुसरे धर्मों या पंथ के अनुयायी हों| जिन लोगों कीContinue Reading

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आज अमेरिका की सडकों में लाखों लोग प्रदर्शन कर रहे हैं| एक अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड नामक व्यक्ति की अमेरिकन पुलिस ऑफिसर्स द्वारा हत्या कर दी गयी| इसका कारण जातिवाद बताया गया- गोरे काले में भेद, अमेरिकन-अफ्रीकन में भेद, और यहाँ तक भारत में भी गोरे काले का भेद चला था|Continue Reading

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मनोरंजन से आप क्या समझते हैं ? थोड़ा सोच समझकर विचार कीजिये ! आज हर व्यक्ति गधों जैसे दिन-रात परिश्रम कर रहा है| हालांकि, सब जानते हैं, कि लोग 60-70 की आयु तक मृत्यु को गले लगा लेते हैं| इतने कम समय में भी मनोरंजन आज हम सब के जीवनContinue Reading

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क्या आपको इस लेख के शीर्षक पर गुस्सा नहीं आया? मुझे भी कुछ ऐसा ही लगा था जब मैंने इसे एक समाचार पत्र के शीर्षक में और अन्य माध्यम से भी देखा था । पहले जो छप के बिका करते थे, वो आज कल बिक के छपा करते है अखबार।Continue Reading

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आज पूरे विश्व में लोग कोरोना वायरस की महामारी से अत्यंत दुखी तथा भयभीत हैं।  अन्य अन्य देशों की सरकार इस महामारी से बचने  के लिए अथक प्रयास  कर रही है। परन्तु फिर भी यह प्रयास असफल प्रतीत होता दिखाई दे रहा है।  जो व्यक्ति भारत भूमि को छोड़कर बहुतContinue Reading

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