सत्यमेव जयते / धर्मो रक्षति रक्षितः

आज हमारे एक युवा भक्त ने मुझे एक विडियो भेजा। वह चिंतित था। उसने लिखा था, “प्रभु, इस कॉमेडियन का विडियो देखिये , कैसे वह इस्कॉन का मजाक उड़ा रही है!

मैंने विडियो देखा और मैं भी दंग रह गया। मैंने तुरंत उसे कुछ सोशल मिडिया में सक्रीय अन्य तीन मित्रों को भेजा। आशा थी की उनकी इस्कॉन के कुछ वरिष्ठ भक्तों से पहचान होगी और वह विडियो उन तक पहुंचाएंगे। और इस्कॉन के अधिकारी भक्त कुछ करेंगे।

और उन तीन मित्रो में से दो मित्रो ने अपना प्रयास किया और किसी तरह इस्कॉन के प्रवक्ता श्रीमान राधारमण दास और अखिल भारतीय इस्कॉन सूचना एवं प्रसारण के निर्देशक (All India ISKCON Director of Communications) श्रीमान युधिष्ठिर गोविन्द दास तक यह बात पहुँच गयी। (निश्चय ही अन्य लोगो ने भी यह बात उन तक पहुंचाई होगी।)

युधिष्ठिर गोविन्द दास का ऊतर आया की यह विडियो  कुछ महीने  पुराना है और लोगो की नजर में अभी अभी आया है। यह कार्यक्रम शेमारू ने अपलोड किया था और उन्होंने (युधिष्ठिर गोविन्द दासने) शेमारू के व्यवस्थापको से बात की है और शेमारू ने इसके लिए माफ़ी मांगी है और कहा है की किसी छोटे पद पर स्थित व्यक्तीने इसे प्रमाणित किया था। और शेमारुने उस एपिसोड को अपनी वेबसाइट और अन्य सभी माध्यमो से उसे निकाल दिया।

“आखिर सत्य की ही जीत होती है।“

सत्यमेव जयते।

अन्य सभी से मेरा निवेदन है की आप सब आगे आएं, स्वयं जागें  और  जगाएं । आज हम जीते तो लोगो की भागीदारी से ही जीते है, और अगर  सभी आगे आएं तो बहुत कुछ संभव है।


युधिष्ठिर  गोविन्द दास का सन्देश :

Hare Krishna,

Some of you must have been forwarded a video of a “stand-up comedian’ who begins a series of vulgar ‘comedy’ statements by invoking ISKCON’s name.

It was shot a year ago but was noticed by social media users only today.

The program was uploaded by Shemaroo.

We spoke with the top management, they were genuinely apologetic for that and apparently someone down the line approved such content.

They have initiated the removal of the episode from all their platforms and will post a message clarifying the same.

As for the artist herself, a lot of people have began filing FIR’s for hurting religious sentiments.

Yudhistir Govinda Das


लेकिन राधारमण दास का उत्तर और अधिक उत्साहित करने वाला था। उन्होंने मुंबई के पुलिस कमिश्नर को शेमारू और सुरलीन कौर के विरुद्ध फरियाद की और FIR दर्ज करवाई। उन्हों ने कहा की यह बहुत ही दुर्भाग्य की बात है अलग-अलग माध्यमो से सनातन धर्मं के अनुयायियो के विरुद्ध एक प्रकार की जूठी कहानी घडी जा रही है।

उन्होंने अपनी फरियाद में कहा है की किसी भी राष्ट्र की सभ्यता को तोड़ने के तीन तरीके है:

  1. घर में माता और गृहिणी की जिम्मेदारियों का मजाक उड़ाओ और परिवार टूट जायेगा।
  2. शिक्षको को सम्मान न दो और समाज में उनका स्थान नीचा कर दो, विद्यार्थी उनको घृणा करने लगेंगे और शिक्षा व्यवस्था टूट जाएगी।
  3. समाज के विद्वान् और सभ्य लोगो का तब तक मजाक उड़ाओ जब तक लोग उनको सुनना और विश्वास करना बंद न कर दें और समाज को  मार्गदर्शक के लिए कोई न रहेगा

जब शेमारू ने फिर से माफ़ी मांगी तो राधारमण दास ने कहा की हम आपको माफ़ नहीं करेंगे। सनातन धर्म को बदनाम करने की आदत बन चुकी है। अब यह और नहीं चलेगा। हम ऐसे लोगो के लिए उदहारण प्रस्तुत करेंगे।

किसी ने ठीक ही लिखा है, बहुत समय से ये लोग हमें कायर समझकर हमला करते रहे है पर अब और नहीं। अब इनको पाठ पढ़ाना आवश्यक है। इसी बिच किसी ने अफवाह फैलाई की इस्कॉन ने शेमारू को माफ़ कर दिया है। पर राधारमण दास ने कहा कि यह गलत खबर है।

राधा-रमण प्रभु और इस्कॉन के अन्य अधिकारी भक्त और वरिष्ठ भक्तगण, न केवल इस्कॉन भक्तगण अपितु पुरे सनातन धर्म के साधु समाज की आप पर बड़ी आशा है, उन्हें निराश न करना। अगर इस्कॉन के पढ़े-लिखे साधु इस लड़ाई की अगवाई नहीं करेंगे तो कौन करेगा? भगवन श्री कृष्ण आपको शक्ति दे इस लड़ाई को लड़ने की। और पुरे सनातन समाज और साधु समाज का आशीर्वाद है आपके साथ।  

ये देखिये न, कितने लोग आपको साथ देने के लिए मैदान में उतर आये है।

राजनीतिज्ञ तजिंदरपाल सिंह बग्गा (भाजपा) ने दिल्ली पुलिस और मुम्बई पुलिस को FIR दर्ज करने की अपील की है। नुपुर शर्मा (भाजपा) भी आपको समर्थन दे रही है।

कुछ यूट्यूब चेनल्स, और इसके अलावा और भी बहुत सारे सोशल मिडिया और न्यूज़ चेनल्स ने इस मुद्दे को उठाया। अब केस वापस लेने का अर्थ है इन्ते सारे लोगो की भावना को ठेस पहुँचाना। और जब ट्वीटर पर यह मुद्दा ट्रेंड होने लगा तो ट्वीटर ने उल्टा श्रीमान राधा-रमण दास के ट्वीटर अकाउंट को ही लॉक कर दिया।

इसे कहते है उल्टा चोर कोतवाल को डांटे

ट्वीटर के अनुसार अब पुलिस में फ़रियाद करना गैर क़ानूनी हो गया। और यह ट्वीटर क्रिमिनल अपराध है।

प्रजातंत्र में ट्वीटर किसी नागरिक अथवा संस्था को अपने प्रति अपमान जनक टिपण्णी करनेवाले ले विरुद्ध फरियाद करने से कैसे रोक सकता है?

ट्वीटर के विरुद्ध भी क़ानूनी केस होना चिहिए। अन्यथा यह ट्वीटर की आदत बन चुकी है की गाली देने वाले खुलकर लिखते है पर अगर कोई उन पर आपत्ति जताए तो उनका अकाउंट लोक अथवा सस्पेंड किया जाता है। मतलब ट्वीटर खुल्ले आम दादागिरी करता है।

जनता को सन्देश :

एक समय था जब भारतीय लोग हर धर्म-अधर्म और सही गलत का विचार करते थे। लेकिन पिछले कुछ दशक में लोगो की सोच में एक बहुत बड़ा बदलाव आया है।

अब लोगो को सस्ता मनोरंजन, समाचार पत्र, टीवी अथवा सोशल मिडिया के माध्यम से अब सबको कोमेडी और जोक्स में बहुत मजा आता है। हमें लोगो के साथ छेड़खानी करने (pranks) में भी मजा आता है। सरदार पर जोक्स, काका पर जोक्स, साधु-संतो पर जोक्स, पत्नी पर जोक्स, शिक्षक पर जोक्स, शास्त्रों पर जोक्स, भगवान पर जोक्स, गंदे जोक्स… लिस्ट बहुत बड़ी है और सबको बहुत मजा आता है। लोग विचार ही नहीं करते की किसी का मजाक उड़ाना अथवा मजाक पढ़ना-सुनना पाप है। लेकिन जब खुद पर बीतती है, अपना ही मजाक होता है तो बुरा लगता है। क्या इसी से हम समझ नहीं सकते की मजाक तो पाप है।

जिससे किसी को ठेस पहुंचे, किसी का अपमान हो, किसी की भावना आहत हो, किसी की धार्मिक श्रद्धा को ठेस पहुंचे उसे पाप मानना चाहिए। और यही परोसा जाता है कोमेडी शोज में। पर हमें क्या? हमें तो मजा आता है। कल किसने देखा है? किसने यमराज देखे है? खाओ-पीओ-मौज करो!

लेकिन यह तो अज्ञानता है। खरगोश के आँखे मूँद लेने से शेर गायब नहीँ हो जाता है। इसी तरह यमराज के न्याय से और भगवन की दृष्टि से कोई नहीँ बच सकता। समय और जगह की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए इस लेख में मैं भगवान के अस्तित्व अथवा यमराज को किसने देखा है वह सिद्ध नहीं करूँगा। परन्तु सत्य उससे बदल नहीं जाता। सत्य तो सत्य रहता है। और सबको अपने कर्मो की सज़ा भुगतनी ही पड़ेगी।

इसीलिए कम से कम आज से तो अपने कर्म सुधार लो, और यह जोक्स और शेर-शायरी का मोह छोड़ दो तो इससे आप अपना भविष्य सुधार सकते हो।

धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः । तस्माद्धर्मो न हन्तव्यो मा नो धर्मो हतोऽवधीत् । 

आप धर्म की रक्षा करो तो बदले में धर्म आपकी रक्षा करेगा।

और पूर्व के पापो अथवा जोक्स सुनने / सुनाने / पढने के और अन्य भी बहुत सारे पूर्व के पापो के परिणामो से बचने हेतु भगवान श्री कृष्ण की शरण में जाना होगा और उनका नाम जप / गान / कीर्तन करना होगा (गीता 16.66)। कलियुग के दोषों के निवारण का यही एक मार्ग शास्त्र बताते है (कलि शंतरण उपनिषद् 5-6)

हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे।।

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