इस प्रवचन में श्रीमान राधेश्याम प्रभु ने अनेक विषयों पर चर्चा की है उनमे से मुख्य अंग निचे दिए गए हैं ।
– एक संत द्वारा दिया श्राप भी वरदान, कैसे ?
– जिन्हे बड़े बाद योगी जन और देवता तक नहीं पकड़ सकते उन्हें माता यशोदा ने कैसे पकड़ा ?
– झूठे अहंकार से मुक्ति कैसे मिले ?