आधुनिक सभ्यता का  विषय हैं आहार, निद्रा, भय और मैथुन या इंद्र तृप्ति। आधुनिक सभ्यता में कोई भी अपनी वास्तविक स्थिति को नहीं जानता और ना ही यह समझता हैं कि उसके लिए क्या सही हैं। क्योंकि लोग असामान्य तरह का व्यवहार करते हैं, उन्हें इसका कोई अनुमान नहीं किContinue Reading

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